Yalda Hakim Grilled Sherry Rehman: पाकिस्तान की आतंकवाद को लेकर एक बार फिर से दुनिया भर में घिरती साख का एक और उदाहरण सामने आया है। हाल ही में, स्काई न्यूज चैनल की मेजबान यल्दा हकीम ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता और पूर्व राजदूत शेरी रहमान से उनके देश की आतंकवाद के साथ जुड़ाव के बारे में पूछताछ की। शेरी रहमान से जब आतंकवाद, अल कायदा, ब्रिगेड 313, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के बारे में पूछा गया, तो वह तनावग्रस्त दिखीं।
शेरी रहमान के जवाबों में दिखी हिचकिचाहट
यल्दा हकीम ने शेरी रहमान से पूछा कि एक वरिष्ठ खुफिया विश्लेषक ने स्काई न्यूज को बताया है कि अल कायदा की ब्रिगेड 313 पाकिस्तान से संचालित होती है, जो कई आतंकवादी संगठनों की अगुआई करती है। इस पर शेरी रहमान ने कहा, “मुझे नहीं पता कि आपको यह जानकारी किसने दी है, लेकिन मैं चाहती तो कई पेज पेश कर सकती हूं जिसमें यह सब लिखा हो।” उन्होंने ध्यान भटकाने की कोशिश की और कहा, “क्या भारत में होने वाले हर हमले के लिए हमें युद्ध की स्थिति में पकड़ लिया जाएगा?” शेरी रहमान के जवाबों में हिचकिचाहट साफ दिख रही थी।
What is Brigade 313? Is it Al Qaeda in Pakistan?
I ask Vice President of the Pakistan People’s Party Senator Sherry Rehman about ongoing terrorist activity in Pakistan.
Watch the full exchange on YouTube. pic.twitter.com/toXchgeMW5
— Yalda Hakim (@SkyYaldaHakim) June 9, 2025
ऑपरेशन सिंदूर पर भी उठाए गए सवाल
यल्दा हकीम ने शेरी रहमान से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी पूछा, जिसमें पahलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया था। इस पर शेरी रहमान ने अजीबोगरीब जवाब देते हुए कहा, “बच्चे तो नेता नहीं होते।” उन्होंने दावा किया कि संयुक्त राष्ट्र की एक टीम ने उस स्थान का दौरा किया है और वहां केवल मस्जिदें हैं, कुछ और नहीं।
पाकिस्तान की आतंकवाद पर नीति पर सवाल
यल्दा हकीम ने शेरी रहमान से पूछा कि पाकिस्तान आतंकवादियों का समर्थन क्यों करता है? इस पर शेरी रहमान के पास कोई सटीक जवाब नहीं था और वह दूसरी बातों पर चर्चा करने लगीं। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी भी आतंकवाद की शिकार हुई है और पीपीपी नेता बेनजीर भुट्टो की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। लेकिन यल्दा हकीम के सवालों का जवाब देते हुए शेरी रहमान यह नहीं बता पाईं कि पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर अपनी नीति क्यों नहीं बदलता।
