Delhi Fire: दिल्ली के दिलशाद गार्डन में रविवार रात (8 जून) एक भयंकर आग लग गई, जिसमें दो लोग झुलस कर घायल हो गए और उनकी मौत हो गई। यह हादसा दिलशाद गार्डन के कोडी कॉलोनी इलाके में हुआ। फायर विभाग की जानकारी के अनुसार इस आग लगने का मुख्य कारण ई-रिक्शा के चार्जिंग के दौरान शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। आग लगने के वक्त इलाके में मौजूद लोग हड़कंप मच गया और दमकल विभाग को सूचित किया गया।
आग लगने पर दमकल विभाग की तत्परता
दमकल अधिकारी अनूप सिंह ने ANI से बात करते हुए बताया कि रविवार रात लगभग 11:32 बजे उन्हें फोन के जरिए आग लगने की सूचना मिली। तुरंत दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया। आग इतनी भयानक थी कि दो ई-रिक्शा और कई मोटरसाइकिल जलकर राख हो गईं। आग बुझाने के बाद यह स्पष्ट हुआ कि दो लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है। मृतकों की उम्र 24 और 60 वर्ष बताई जा रही है। फिलहाल आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट ही मानी जा रही है लेकिन जांच जारी है।
#WATCH | दिल्ली: दिलशाद गार्डन के कोड़ी कॉलोनी में चार्जिंग के लिए रखे दो ई-रिक्शा में आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई। pic.twitter.com/ExJCEi0pSl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 8, 2025
ई-रिक्शा चार्जिंग के कारण आग लगने के मामले बढ़े हैं
दिल्ली में पहले भी कई बार ई-रिक्शा या इलेक्ट्रिक स्कूटर की चार्जिंग के दौरान आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। खासकर जून की शुरुआत में ही 6 जून को नॉर्थईस्ट दिल्ली के घोंडा इलाके में एक ई-रिक्शा की चार्जिंग के दौरान आग लग गई थी। उस वक्त दमकल विभाग की तत्परता के कारण समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था। ऐसे हादसे लोगों में डर और चिंता बढ़ा रहे हैं क्योंकि ये वाहन हमारे दैनिक जीवन का अहम हिस्सा बन गए हैं। कई बार पुरानी या खराब बैटरी, गलत चार्जर या बिजली की खामी के कारण ये हादसे होते हैं।
सावधानी जरूरी, चार्जिंग के दौरान रखें खास ध्यान
आज के समय में इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि लोग अपने वाहनों की बैटरी और चार्जिंग के उपकरणों का नियमित जांच करते रहें। चार्जिंग करते वक्त उचित समय और सुरक्षित स्थान का चुनाव करें। कभी भी वाहन को खुले तार या खराब चार्जर से न जोड़े। साथ ही, बिजली की सप्लाई को लेकर भी सावधानी रखें। इससे न केवल आपकी सुरक्षा होगी बल्कि किसी भी अप्रिय हादसे से बचा जा सकेगा। प्रशासन और फायर डिपार्टमेंट भी जनता को इस संबंध में जागरूकता अभियान चला रहे हैं ताकि इस प्रकार के दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
