Crime News: छत्तीसगढ़ के बलौदा थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसमें एक महीने पहले हुए घरेलू विवाद के दौरान घायल हुए व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह घटना शिवशंकर सारथी नामक व्यक्ति के साथ हुई थी जो अपने घर के सामने किसी पारिवारिक विवाद को लेकर झगड़ रहा था। राह चलते लोगों ने जब उसे रोका तो वह गाली-गलौज पर उतर आया और सुनने को तैयार नहीं हुआ। इस दौरान गाली-गलौज और मारपीट का स्तर इतना बढ़ गया कि मामला गंभीर बन गया।
चरित्र पर शक कर पत्नी से की मारपीट
इसी दौरान आरोपी गोपाल सारथी मौके पर पहुंचा तो शिवशंकर ने अपनी ही पत्नी पर चरित्र को लेकर शक जताते हुए उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। यह देखकर गोपाल सारथी गुस्से में आ गया और उसने शिवशंकर को जोरदार घूंसा मारा और उसका सिर दीवार पर दे मारा। इस वार से शिवशंकर नीचे गिर पड़ा। लेकिन गोपाल ने इतने पर भी रुकने की बजाय उसके सिर पर जानलेवा तरीके से लातें मारनी शुरू कर दीं जिससे शिवशंकर को गंभीर अंदरूनी चोट आई और वह मौके पर ही बेहोश हो गया। परिवार वालों ने उसे तत्काल बलौदा के सीएचसी अस्पताल पहुंचाया।
इलाज के दौरान बिलासपुर में हुई मौत
बलौदा में प्राथमिक इलाज के बाद हालत गंभीर होने के चलते डॉक्टरों ने उसे बिलासपुर के रामकृष्ण अस्पताल रेफर कर दिया जहां 16 अप्रैल 2025 को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। जैसे ही बलौदा पुलिस को इस मौत की सूचना मिली तो उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय पांडे के निर्देश पर मर्ग कायम कर जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में मामला हत्या का पाया गया जिसके बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 103(1) के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया और आगे की कार्रवाई शुरू की गई।
CCTV से हुई घटना की पुष्टि, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। कैमरे में साफ दिखा कि गोपाल सारथी ने किस तरह से शिवशंकर पर हमला किया था। गवाहों के बयान और वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपी गोपाल सारथी के घर पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मनीष तांबोली, प्रधान आरक्षक गजाधर पाटनवार, अनिल सिंह, आरक्षक हेमंत साहू, श्याम राठौर, प्रहलाद निर्मलकर, लखेश विश्वकर्मा सहित बलौदा थाना स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
