भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के बाद विदेश मंत्री S Jaishankar ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्ताकी से बातचीत की। इस बातचीत में जयशंकर ने मुत्ताकी द्वारा 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए उनकी सराहना की। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। जयशंकर ने कहा कि अफगान विदेश मंत्री ने जिस स्पष्टता से आतंक के खिलाफ आवाज़ उठाई है, वह दोनों देशों के बीच विश्वास को मजबूत करती है।
पाकिस्तान के आरोपों और अफवाहों पर भी हुई चर्चा
बातचीत के दौरान Jaishankar ने हाल ही में पाकिस्तान द्वारा अफगान क्षेत्र में मिसाइल हमले किए जाने के आरोपों और भारत-अफगानिस्तान के बीच अविश्वास फैलाने की कोशिशों पर भी बात की। उन्होंने बताया कि अफगान मंत्री ने इन प्रयासों को सिरे से खारिज कर दिया है और स्पष्ट किया है कि अफगानिस्तान भारत के साथ मजबूत रिश्ते बनाए रखना चाहता है। जयशंकर ने कहा कि यह हमारे आपसी संबंधों के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है और दोनों देशों की जनता के बीच भरोसे को बढ़ाता है।
Good conversation with Acting Afghan Foreign Minister Mawlawi Amir Khan Muttaqi this evening.
Deeply appreciate his condemnation of the Pahalgam terrorist attack.
Welcomed his firm rejection of recent attempts to create distrust between India and Afghanistan through false and…
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 15, 2025
अफगानिस्तान के साथ दोस्ती और विकास पर ज़ोर
जयशंकर ने आगे कहा कि भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच पारंपरिक मित्रता रही है और भारत हमेशा से अफगान जनता के विकास के लिए काम करता रहा है। इस चर्चा के दौरान दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग को और आगे बढ़ाने के तरीकों पर भी विचार किया। जयशंकर ने दोहराया कि भारत, अफगानिस्तान की स्थिरता और प्रगति में सहभागी बना रहेगा और विकास कार्यों में मदद करता रहेगा।
होंडुरास दूतावास के उद्घाटन में भी जताई आतंक के खिलाफ एकजुटता
इस बैठक से पहले शुक्रवार को विदेश मंत्री जयशंकर ने दिल्ली में होंडुरास गणराज्य के दूतावास का उद्घाटन भी किया। इस अवसर पर होंडुरास के विदेश मंत्री एनरिक रीना भी मौजूद थे। जयशंकर ने इस उद्घाटन को भारत और होंडुरास के बीच एक नया अध्याय बताते हुए इसे संबंधों में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने होंडुरास की ओर से आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ दिए गए एकजुटता के संदेश की भी सराहना की। यह संदेश वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के विरुद्ध सहयोग को मज़बूती देता है।
