Manisha Koirala: बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा मनीषा कोइराला को साल 2012 में जब पता चला कि उन्हें स्टेज IV ओवेरियन कैंसर है तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई थी। उस समय वह अपने तलाक के दौर से भी गुजर रही थीं। उन्होंने 2010 में सम्राट दहल से पारंपरिक नेपाली रीति से शादी की थी लेकिन 2012 में उनका तलाक हो गया। उसी साल उन्हें इस गंभीर बीमारी का पता चला। कैंसर का नाम सुनते ही मनीषा डर गईं और उन्हें लगा कि उनकी जिंदगी अब खत्म होने वाली है। मनीषा ने इलाज के लिए अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर का रुख किया और करीब पांच-छह महीने वहीं रहकर अपना इलाज करवाया। 2015 में उन्होंने यह खुशखबरी दी कि अब वह कैंसर फ्री हो चुकी हैं।
बीमारी के दौरान अकेले छूट गए रिश्ते
एक इंटरव्यू में मनीषा कोइराला ने बताया कि कैंसर ने उन्हें जिंदगी के असली रिश्तों की पहचान कराई। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल दौर में कई दोस्त जिन्होंने उनसे बहुत नज़दीकी जताई थी वे साथ छोड़ गए। सिर्फ उनका परिवार ही उनके साथ डटा रहा। उन्होंने यह भी बताया कि आर्थिक रूप से सक्षम होने के बावजूद कुछ रिश्तेदार उन्हें देखने तक नहीं आए। इस दौर ने उन्हें ये सिखाया कि असली साथी वही होता है जो मुसीबत में साथ दे। मनीषा ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए बताया कि वह मानसिक रूप से भी इस बीमारी से काफी टूट गई थीं लेकिन हिम्मत नहीं हारी।
कैंसर के डर से कांप गई थीं मनीषा
मनीषा ने एक बातचीत में बताया कि जब नेपाल में उन्हें कैंसर की जानकारी मिली तो वह बुरी तरह घबरा गई थीं। डॉक्टरों ने जब स्टेज IV ओवेरियन कैंसर की बात कही तो उन्हें लगा कि अब जीवन खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि कैंसर का नाम सुनते ही हर इंसान डर जाता है और उनके साथ भी यही हुआ। अस्पताल में जब कुछ बड़े डॉक्टरों ने उन्हें यह जानकारी दी तो उन्हें मौत सामने दिखने लगी। लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और इलाज के लिए अमेरिका रवाना हो गईं।
हीरामंडी से फिर जीती दर्शकों का दिल
कैंसर को हराने के बाद मनीषा कोइराला ने अपनी जिंदगी को फिर से पटरी पर लाया। हाल ही में वह संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज ‘हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार’ में मल्लिका जान की दमदार भूमिका में नजर आईं। उनके साथ इस सीरीज में सोनाक्षी सिन्हा, रिचा चड्ढा, अदिति राव हैदरी, शरमिन सहगल, अध्ययन सुमन और शेखर सुमन जैसे कलाकार भी थे। सीरीज को दर्शकों से मिला-जुला रिस्पॉन्स मिला लेकिन मनीषा की एक्टिंग की हर तरफ तारीफ हुई। कैंसर से जूझने और दोबारा मजबूती से वापस लौटने की उनकी कहानी आज कई लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी है।
