Arvind Kejriwal: भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लिया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया और आतंकवादी संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों को नष्ट किया। भारतीय सेना के इस हमले को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। यह हमले पूरी तरह से सटीक थे और पाकिस्तान में आतंकवादियों के लिए कड़ा संदेश भेजा गया।
अरविंद केजरीवाल का समर्थन
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने भारतीय सेना की इस कार्रवाई की सराहना की और भारतीय सैनिकों पर गर्व जताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा “हम भारतीय सेना और हमारे बहादुर सैनिकों पर गर्व करते हैं। 140 करोड़ भारतीय इस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारतीय सेना के साथ खड़े हैं। भारतीय सेना का साहस हर देशवासी का विश्वास है। हम सब एक साथ हैं – आतंकवाद के खिलाफ एकजुट। जय हिंद जय भारत।” उनके इस ट्वीट ने भारतीय सेना के प्रति समर्थन और एकता का संदेश दिया।
हमें भारतीय सेना और अपने वीर जवानों पर गर्व है। आतंकवाद के खिलाफ़ इस लड़ाई में 140 करोड़ भारतवासी भारतीय सेना के साथ खड़े हैं। भारतीय सेना का साहस, हर देशवासी का विश्वास है। हम सब साथ हैं—आतंकवाद के खिलाफ़ एकजुट हैं।
जय हिंद, जय भारत।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 7, 2025
ऑपरेशन सिंदूर: 15 दिन बाद जवाब
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया था। इसके बाद भारतीय सेना ने 15 दिन बाद पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना ने जैश लश्कर और हिजबुल के ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में आतंकवादियों के कैंपों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। यह भारतीय सेना की तेज़ प्रतिक्रिया थी और पाकिस्तान को यह संदेश दिया गया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरतने वाला है।
पाकिस्तान को पहले भी मिला है भारत से जवाब
यह पहला अवसर नहीं है जब भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादी हमलों का जवाब दिया है। 2016 में उरी सेक्टर में भारतीय सेना मुख्यालय पर हुए हमले के बाद भारत ने 10 दिनों के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। वहीं 2019 में पुलवामा में CRPF काफिले पर हुए हमले के बाद भारत ने 12 दिनों में बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। इन सभी घटनाओं ने यह साबित कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ मजबूत और निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है। ऑपरेशन सिंदूर भी इसी कड़ी का एक और उदाहरण है।
