पहलगाम हमले के बाद पूरी दुनिया की नजर अब भारत और पाकिस्तान पर टिक गई है। भारत की सख्ती से घबराया पाकिस्तान सीधे संयुक्त राष्ट्र की चौखट पर जा पहुंचा। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी UNSC से आपात बैठक बुलाने की अपील की थी। अब यह अपील स्वीकार कर ली गई है और आज यानी 5 मई को इस मुद्दे पर बैठक आयोजित की जाएगी। यह बैठक दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर केंद्रित होगी।
बंद कमरे में होगी बैठक
यह बैठक एक बंद कमरे में आयोजित की जाएगी जहां मीडिया को प्रवेश नहीं मिलेगा। पाकिस्तान इस समय यूएनएससी के 10 अस्थायी सदस्यों में शामिल है। इसी हैसियत से पाकिस्तान ने भारत-पाक तनाव को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाने की कोशिश की है। इस सिफारिश के बाद ग्रीस की अध्यक्षता में यह बैठक आज दोपहर में रखी गई है। इस बैठक को लेकर दुनियाभर की सुरक्षा एजेंसियों और राजनयिकों की नजरें टिकी हुई हैं क्योंकि यह पहली बार है जब किसी आतंकी हमले के बाद यूएन में भारत-पाक तनाव पर सीधे चर्चा हो रही है।
If request comes for meeting..it might happen sooner rather than later', UNSC President & Greece’s UN Envoy Sekeris on if a UNSC meet can happen on India-Pak. Response to @Yoshita_Singh pic.twitter.com/Z9eK69ed90
— Goutam Kamati (@ufo199) May 2, 2025
संयुक्त राष्ट्र में अस्थायी सदस्य कौन-कौन
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्य हैं – रूस, अमेरिका, चीन, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम। इनके अलावा 10 अस्थायी सदस्य होते हैं जिनका कार्यकाल केवल दो साल का होता है। वर्तमान में जो देश अस्थायी सदस्य हैं वे हैं – अल्जीरिया, डेनमार्क, ग्रीस, गुयाना, पाकिस्तान, पनामा, दक्षिण कोरिया, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया और सोमालिया। पाकिस्तान इस सूची में शामिल होने के कारण ही इस मुद्दे को यूएन में ला सका है।
ग्रीस का बयान और भारत की कड़ी चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र में ग्रीस के स्थायी प्रतिनिधि एवांजेलोस सेकेरिस ने भारत-पाक तनाव पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “हम दुनिया में कहीं भी आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर भी हमारी गहरी चिंता है।” वहीं दूसरी ओर भारत पहले ही संयुक्त राष्ट्र को आगाह कर चुका है कि पाकिस्तान आतंकवाद का खेल खेलकर बाद में खुद को निर्दोष दिखाने की कोशिश करता है। एक हफ्ते पहले भारत ने यूएन को यह भी कहा था कि पाकिस्तान बार-बार झूठा प्रचार करता है और वैश्विक मंचों का दुरुपयोग करता है। इसके जवाब में पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत असीम इफ्तिखार ने कहा था कि जब भी यूएन उचित समझे वह इस मुद्दे पर बैठक बुला सकता है।
नतीजे पर सबकी नजरें
अब देखना होगा कि इस बैठक से क्या नतीजा निकलता है। क्या यूएन भारत की चिंताओं को गंभीरता से लेगा या फिर पाकिस्तान को एक और मंच मिल जाएगा जहां वह झूठे आँसू बहा सके। भारत के रुख को लेकर साफ संकेत मिल चुके हैं कि वह आतंकवाद के मुद्दे पर अब किसी प्रकार की नरमी नहीं बरतने वाला। वहीं पाकिस्तान की छवि पहले से ही वैश्विक मंचों पर संदेह के घेरे में है।
