Haryana: राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हरियाणा और पंजाब के बीच चल रहे जल विवाद को लेकर दोनों राज्यों की सरकारों और केंद्र पर तीखा हमला बोला। सुरजेवाला ने कहा कि जब हरियाणा भयंकर जल संकट से जूझ रहा है तब दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री केवल बयानबाजी और एक-दूसरे को प्रेम पत्र लिखने में व्यस्त हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि या तो मुख्यमंत्री चंडीगढ़ में गले मिलते नजर आते हैं या फिर अखबारों में फोटो खिंचवाते हैं लेकिन असल मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। उन्होंने चेताया कि इस जल संकट के कारण हरियाणा में कपास की बुवाई प्रभावित हो सकती है और पशुओं को भी पानी नहीं मिल रहा है।
सुरजेवाला ने पंजाब पर लगाए गंभीर आरोप
सुरजेवाला ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान सत्ता के नशे में चूर हैं और असंवैधानिक कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1 मई को पंजाब सरकार ने पुलिस बल लगाकर भाखड़ा बांध को लॉक कर दिया जो देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी राज्य ने केंद्र की परियोजना पर कब्जा कर लिया। उन्होंने यह भी कहा कि BBMB यानी भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड की सुरक्षा की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है। BBMB के चेयरमैन ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर CISF तैनात करने की मांग की थी लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। जबकि जल छोड़ने की जिम्मेदारी BBMB की है और अब उसकी बैठकें भी गृह मंत्रालय लेने लगा है जो पहले ऊर्जा मंत्री लेते थे। सुरजेवाला ने सवाल उठाया कि क्या अब केंद्र की योजनाएं ऐसे ही चलेंगी।
हरियाणा में उत्पन्न भयंकर जल संकट के बीच पंजाब व हरियाणा के मुख्यमंत्री, श्री भगवंत मान व श्री नायब सैनी केवल बयानबाजी और एक दूसरे को ‘लव लैटर’ लिखने में व्यस्त हैं, या फिर चंडीगढ़ में दोनों इकट्ठे होकर फोटो खिंचवाते या गलबईयाँ करते नजर आते हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री, श्री भगवंत… pic.twitter.com/Fzt2zaVSf5
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 4, 2025
BJP-AAP की साजिश और सुप्रीम कोर्ट की देरी पर सवाल
सुरजेवाला ने यह भी आरोप लगाया कि यह पूरा मामला BJP और आम आदमी पार्टी की मिलीभगत का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह विवाद केवल आने वाले चुनावों को ध्यान में रखकर खड़ा किया गया है ताकि कांग्रेस की जीत को रोका जा सके। सुरजेवाला ने यह भी कहा कि हरियाणा अब सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहा है जबकि यह जिम्मेदारी केंद्रीय ऊर्जा मंत्री की है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में फैसले में लगने वाले समय को लेकर चिंता जताई और पूछा कि क्या जनता को तब तक बिना पानी के रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह सब सिर्फ कांग्रेस को रोकने के लिए किया जा रहा है जबकि भाखड़ा डैम में अभी भी पर्याप्त पानी है और जलस्तर 1506 फीट तक होने के बावजूद हरियाणा को पानी नहीं दिया जा रहा है।
हरियाणा में औपचारिक बैठकें और केंद्र की चुप्पी
सुरजेवाला ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर भी सवाल उठाए और पूछा कि जब मामला इतना गंभीर है तो वे इस पर सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुला रहे हैं। उन्होंने पूछा कि क्या कोई राज्य केंद्र की योजना पर लॉकडाउन लगा सकता है। CISF को भाखड़ा पर तैनात क्यों नहीं किया जा रहा है। सुरजेवाला ने यह भी पूछा कि हरियाणा को सिर्फ 8 दिन के लिए पानी देने की बात क्यों की जा रही है और पंजाब को किसने अधिकार दिया कि वह हरियाणा का पानी रोके। उन्होंने आरोप लगाया कि यह ‘नूरा कुश्ती’ चल रही है जिसमें दोनों राज्य सरकारें मिलकर जनता को गुमराह कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही हर राज्य अपने-अपने केंद्र परियोजनाओं पर कब्जा करने लगेगा तो देश में अराजकता फैल जाएगी। सुरजेवाला ने दावा किया कि पंजाब की जनता अब कांग्रेस को सत्ता में लाने का मन बना चुकी है और BJP व आप मिलकर एक राजनीतिक साज़िश रच रही हैं ताकि कांग्रेस को सत्ता से दूर रखा जा सके।
