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Sanjeev Mukhiya Arrested: बिहार पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नीट पेपर लीक मास्टरमाइंड संजीव मुखिया गिरफ्तार

Sanjeev Mukhiya Arrested: बिहार पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नीट पेपर लीक मास्टरमाइंड संजीव मुखिया गिरफ्तार

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Sanjeev Mukhiya Arrested: बिहार में नीट पेपर लीक मामले के मुख्य सरगना संजीव मुखिया को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। बिहार सरकार ने इस कुख्यात अपराधी पर 3 लाख रुपये का इनाम रखा था। बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस गिरफ्तारी पर खुशी जताते हुए कहा, “मुझे पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन अगर उसे पकड़ा गया है, तो यह बहुत बड़ी और अच्छी बात है। जिस तरह उसने देशभर में नीट परीक्षा के परिणामों के साथ छेड़छाड़ की, ऐसे व्यक्ति को पकड़ना जरूरी था। उसकी गहन जांच होनी चाहिए और उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।” इस गिरफ्तारी से परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता की उम्मीद बढ़ी है।

लंबे समय से फरार था मास्टरमाइंड

आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) नैयर हसनैन खान ने संजीव मुखिया की गिरफ्तारी पर बड़ा बयान दिया। पटना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि EOU की टीम लंबे समय से संजीव मुखिया की तलाश में थी। नीट परीक्षा के बाद से वह उनका मुख्य निशाना था। खान ने कहा, “संजीव मुखिया काफी समय से फरार था और पुलिस की पकड़ से बाहर था।” गुरुवार देर रात EOU को एक खुफिया जानकारी मिली, जिसके आधार पर छापेमारी की गई और संजीव को एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया गया। अब उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है।

छापेमारी और पूछताछ जारी

ADG नैयर हसनैन खान ने बताया कि संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के बाद उससे शुरुआती पूछताछ की गई है। इस पूछताछ के आधार पर पुलिस अब अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। EOU की टीमें यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस पेपर लीक साजिश में और कौन-कौन शामिल था। संजीव की गिरफ्तारी को नीट पेपर लीक मामले में बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, क्योंकि वह इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड था। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले से जुड़े और भी खुलासे हो सकते हैं। इस गिरफ्तारी ने उन छात्रों और अभिभावकों को राहत दी है, जो इस लीक से परेशान थे।

पहले भी कई पेपर लीक में आया नाम

संजीव मुखिया का नाम पहली बार सुर्खियों में नहीं आया है। वह पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक में शामिल रहा है। 5 मई 2024 को हुए नीट पेपर लीक के बाद से वह फरार था। इसके अलावा, 2016 में बिहार कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में भी उसका नाम सामने आया था। संजीव मुखिया का आपराधिक इतिहास लंबा है, और वह कई राज्यों में पेपर लीक के रैकेट चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी से न सिर्फ नीट मामले की जांच को बल मिलेगा, बल्कि अन्य परीक्षा घोटालों के तार भी खुल सकते हैं। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि उसने कितने छात्रों से पैसे लेकर पेपर लीक किए।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

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