स्वराज इंडिया के प्रमुख Yogendra Yadav ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम नरसंहार की केवल निंदा करना पर्याप्त नहीं है। यह जरूरी है कि हम आतंकवादियों की साजिश को समझें और उसे नाकाम करें। हमें ऐसी कोई बात या काम नहीं करना चाहिए, जो आतंकवादी हमसे गलती से भी करवाना चाहते हैं। योगेंद्र यादव ने कहा कि राष्ट्रीय शोक की इस घड़ी में प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है कि वह उन चार प्रतिक्रियाओं से बचे, जो पहलगाम के आतंकवादी हमसे चाहते हैं।
राजनीतिक आरोपों का नहीं, एकजुटता का समय
23 अप्रैल 2025 को Yogendra Yadav ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने सबसे पहले कहा कि यह समय राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है। यह समय किसी की जवाबदेही मांगने या इस्तीफे की मांग करने का भी नहीं है। यह समय पूरे देश के एकजुट होने का है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि इस संकट की घड़ी में सभी को एक साथ खड़ा होना चाहिए ताकि आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा सके।
पहलगाम हत्याकांड की सिर्फ़ निंदा काफ़ी नहीं। ज़रूरी है कि हम आतंकवादियों की साज़िश को समझें और उसे विफल करें। भूल कर भी ऐसा कुछ ना कहें या करें जो आतंकवादी हमसे करवाना चाहते हैं।
मेरे चार सुझाव: pic.twitter.com/26N5bvaKfn
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) April 23, 2025
सरकार पर दबाव नहीं, सेना और कूटनीति को समय दें
दूसरी प्रतिक्रिया पर बोलते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि सरकार पर किसी तरह का दबाव नहीं डालना चाहिए। सरकार, सेना और कूटनीतिज्ञों को अपना काम करने के लिए समय और स्थान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें सरकार को यह मौका देना चाहिए कि वह अपनी रणनीति के तहत पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का जवाब दे। योगेंद्र यादव ने जोर देकर कहा कि जल्दबाजी में कोई कदम उठाने या सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग करने से बचना चाहिए, ताकि सही समय पर प्रभावी जवाब दिया जा सके।
हमला कश्मीर और कश्मीरियों पर, दूरी घटाएं
तीसरी प्रतिक्रिया पर बोलते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि यह समय कश्मीर और शेष भारत के बीच की दूरी को बढ़ाने का नहीं, बल्कि उसे कम करने का है। उन्होंने कहा कि यह हमला केवल पर्यटकों पर नहीं, बल्कि कश्मीर और कश्मीरियों पर है। यह उनकी आजीविका पर हमला है। कश्मीरी लोग इस हमले का बहादुरी से मुकाबला कर रहे हैं। योगेंद्र यादव ने अपील की कि हमें कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखानी चाहिए और उनके दर्द को समझना चाहिए। कश्मीर को अलग-थलग करने की बजाय, उसे और करीब लाने की जरूरत है।
राष्ट्रीय शोक की इस घड़ी में हर भारतीय का कर्तव्य होना चाहिए कि हम उन चार प्रतिक्रियाओं से बचें जो पहलगाम के आतंकी हमसे चाहते होंगे:
1. दोषारोपण ना करें। यह समय शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़े होने का है, आरोप-प्रत्यारोप और मीडिया ट्रायल का नहीं।
2. सरकार पर तुरंत बदले की…— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) April 23, 2025
हिंदू-मुस्लिम विभाजन की साजिश का विरोध करें
अंत में, योगेंद्र यादव ने कहा कि आतंकवादियों की हिंदू-मुस्लिमों के बीच फूट डालने की साजिश का डटकर विरोध करना होगा। आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हत्याएं कीं ताकि देश में नफरत फैले और लोग उनकी नकल करें। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग पाकिस्तान के आतंकवादियों का बदला भारत के मुसलमानों से लेने की बात कर रहे हैं, वे अनजाने में आतंकवादियों के हाथों में खेल रहे हैं। योगेंद्र यादव ने कहा कि पहलगाम हमला भारत को कमजोर करने की साजिश है। इसका सबसे बड़ा जवाब पूरे देश का एकजुट होकर विरोध करना है।
देशवासियों से एकता की अपील
योगेंद्र यादव ने अपने बयान में देशवासियों से एकता की अपील की। उन्होंने कहा कि इस हमले का मकसद न केवल कश्मीर में अशांति फैलाना है, बल्कि पूरे देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना भी है। हमें आतंकवादियों की इस मंशा को नाकाम करना होगा। उन्होंने कहा कि शांति, एकता और संयम ही इस हमले का सही जवाब है। योगेंद्र यादव के इस बयान को सोशल मीडिया पर व्यापक समर्थन मिल रहा है, और लोग इसे आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश मान रहे हैं।
