UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आतंकवादियों को कड़ी चेतावनी दी। पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने उनके सामने माताओं और बहनों का सिंदूर मिटा दिया था। अब हम देखेंगे कि इसका क्या परिणाम होगा। मुख्यमंत्री योगी ने आतंकवाद के खिलाफ अंतिम प्रहार करने की बात भी की। योगी आदित्यनाथ पहलगाम, जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आए थे। इस दौरान उन्होंने शुभम के परिवार से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और पत्रकारों से बात करते हुए आतंकवादियों को चेतावनी दी।
“पुलवामा हमले जैसी घिनौनी वारदात नहीं सहन करेंगे”
सीएम योगी ने पहलगाम हमले को एक क्रूर, अमानवीय और कायराना कृत्य बताया। उन्होंने कहा, “हमारे समाज में कोई भी सभ्य समाज यह स्वीकार नहीं कर सकता कि हमारी बहनों और बेटियों का सिंदूर उनके सामने मिटा दिया जाए। यह खासतौर पर भारत में बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ भारतीय सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति इसे पूरी तरह से समाप्त करेगी। कल आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी गई।” मुख्यमंत्री ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की और कहा कि आतंकवाद और उनके आकाओं को इसकी सजा जरूर मिलेगी।
जनपद कानपुर में पत्रकार बंधुओं से वार्ता… https://t.co/LfZ8twjyum
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 24, 2025
“आतंकवादियों और उनके आकाओं को होगी सजा”
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, “हम यह आश्वस्त करते हैं कि जिस तरह से पहलगाम में आतंकवादियों ने वारदात को अंजाम दिया और हिंदू माताओं और बहनों का सिंदूर मिटाया, आतंकवादी और उनके आकाओं को इसके लिए सजा जरूर मिलेगी। इस मामले में किसी को भी कोई संदेह नहीं होना चाहिए।” मुख्यमंत्री ने इस घटना को लेकर सरकार की कार्रवाई की कड़ी चेतावनी दी और कहा कि आतंकवादियों के आकाओं को भी बख्शा नहीं जाएगा। यह संदेश साफ था कि भारतीय सरकार आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को पूरी ताकत से लागू करेगी।
पहलगाम हमले में 26 की मौत, कई महिलाएं हुईं विधवा
मंगलवार दोपहर को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम घाटी में चार आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया। आतंकवादियों ने पर्यटकों से उनकी पहचान पूछी और फिर उन्हें चुन-चुन कर गोली मारी। इस हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में दो विदेशी नागरिकों की भी मौत हुई। आतंकवादियों ने केवल पुरुषों को निशाना बनाया। पहले उन्हें सिर झुकाने के लिए कहा गया और फिर उन्हें गोली मार दी गई। इस हमले में कई महिलाएं अपने पतियों को खो बैठीं, जो उनके सामने ही मारे गए। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि आतंकवादी समाज में असुरक्षा और भय फैलाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
