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Haryana News: सपनों की उड़ान बनी धोखे की साजिश, फर्जी वीजा से उजड़ी एक और उम्मीद

Haryana News: सपनों की उड़ान बनी धोखे की साजिश, फर्जी वीजा से उजड़ी एक और उम्मीद

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Haryana News: हरियाणा में एक बार फिर विदेश भेजने के नाम पर बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। इस बार एक व्यक्ति से अमेरिका भेजने का वादा कर 25 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में विश्वास ग्रुप की मालकिन रचना कौर जग्गी समेत सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। खास बात ये है कि इस ग्रुप के खिलाफ पहले ही 50 से ज्यादा ठगी के मामले दर्ज हो चुके हैं। पीड़ित ने बताया कि पहले उसके पड़ोसी ने विश्वास ग्रुप के जरिए अपने बेटे को ऑस्ट्रेलिया भेजा था जिससे उसे भरोसा हुआ। फिर उसने 2022 में रचना कौर से विकास विहार स्थित ऑफिस में मुलाकात की। वहां उसकी बेटी पूजा को मार्च 2023 में यूके भेजा गया। इसके बाद बेटे सिमरनजीत और बहू सिमरनजोत को अमेरिका भेजने के लिए जनवरी 2024 में 28 लाख की डील तय हुई।

रचना कौर ने मांगे पैसे और शुरू हुआ धोखे का खेल

शिकायतकर्ता रघुबीर ने पुलिस को बताया कि 15 फरवरी को उसने बेटे और बहू के सभी डॉक्युमेंट्स रचना कौर को दे दिए थे। अगले ही दिन यानी 16 फरवरी को रचना ने उसे ऑफिस बुलाया और 15 लाख रुपये तुरंत देने को कहा। रघुबीर ने उसी दिन आरटीजीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उसी दिन दोपहर करीब 2 बजे कोर्ट के पास एसबीआई ब्रांच के बाहर रचना ने उससे 1.5 लाख रुपये कैश भी निकलवाए। फिर 5 मार्च को बायोमैट्रिक से पहले 6 लाख रुपये और मांगे गए जो उसने रचना के खाते में जमा कर दिए। 12 मार्च को रचना ने उसे चंडीगढ़ बायोमैट्रिक डिपार्टमेंट भेजा जहां उसका कर्मचारी पहले से मौजूद था। वहां पता चला कि वीज़िटर वीजा के तहत बायोमैट्रिक हो रहा है और जो कोड लेटर रचना ने दिया है वो फर्जी है।

Haryana News: सपनों की उड़ान बनी धोखे की साजिश, फर्जी वीजा से उजड़ी एक और उम्मीद

फर्जी लेटर और झूठे वादे, फिर मिली धमकी

जब रघुबीर ने रचना कौर से इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि उसकी एंबेसी में सेटिंग है और चिंता मत करो। बायोमैट्रिक करवा लो, मैं खुद वीजा दिलवा दूंगी। मार्च के अंत में उसके बेटे के फोन पर एंबेसी से मैसेज आया कि पासपोर्ट्स डिस्पैच कर दिए गए हैं और उसमें पता रचना कौर के ऑफिस का था। 15-20 दिन बाद जब रघुबीर ऑफिस गया तो उसे बताया गया कि वीजा में दिक्कत है और 20 दिन और लगेंगे। लेकिन जब दो महीने बीत गए तो रघुबीर को पता चला कि कंपनी ही फर्जी निकली। अगस्त में जब वो रचना कौर के घर गया तो वहाँ उसका देवर हरमंजोत मिला जिसने बताया कि रचना जेल में है और अक्टूबर तक वापस आएगी।

पैसे मांगे तो मिली जान से मारने की धमकी

हरमंजोत ने भरोसा दिया कि पैसे लौटा दिए जाएंगे। अक्टूबर में फिर समय लेकर जनवरी 2025 तक का वक्त दे दिया गया। लेकिन जब रघुबीर जनवरी के बाद दोबारा रचना के घर गया तो वहाँ रचना की बहन तरनजीत कौर, हरमंजोत और दो अन्य लड़के हनी वर्मा और गोल्डी जडौत मौजूद थे। इन सभी ने मिलकर रघुबीर को धमकाया और कहा कि अगर फिर से पैसे मांगने आया तो जान से मार देंगे। इस पूरी घटना के बाद रघुबीर ने पुलिस में शिकायत दी जिसके आधार पर पुलिस ने अब सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। रचना कौर समेत सभी पर विश्वासघात, धोखाधड़ी और धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और पीड़ितों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

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