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JEE Main 2025: सिर्फ नंबर नहीं, गलती का अनुपात भी तय करता है रैंक! जानिए कैसे

JEE Main 2025: सिर्फ नंबर नहीं, गलती का अनुपात भी तय करता है रैंक! जानिए कैसे

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अगर आपने भी JEE Main 2025 सत्र 2 परीक्षा में भाग लिया है, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकती है। यदि दो या दो से अधिक उम्मीदवारों का स्कोर समान है, तो उन्हें रैंक कैसे दी जाती है? इसके बारे में हम आपको बताएंगे। ऐसे मामलों में Tie Breaking Rule का उपयोग किया जाता है। आइए जानते हैं इस नियम के बारे में।

Tie Breaking Rule क्या है?

जब किसी दो या अधिक उम्मीदवारों का स्कोर समान होता है, तो उन्हें रैंक देने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन किया जाता है:

  1. सबसे पहले, उम्मीदवार की NTA (National Testing Agency) स्कोर को देखा जाएगा, खासकर मैथ्स में। उच्चतम NTA स्कोर वाले उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जाएगी।
  2. यदि स्कोर फिर भी समान रहता है, तो फिर फिजिक्स में NTA स्कोर देखा जाएगा।
  3. इसके बाद, यदि स्कोर फिर भी बराबर रहता है, तो फिर केमिस्ट्री में NTA स्कोर पर विचार किया जाएगा।

गलत उत्तरों और सही उत्तरों के अनुपात का ध्यान रखा जाएगा

अगर इसके बाद भी समानता बनी रहती है, तो फिर यह देखा जाएगा कि कौन उम्मीदवार गलत उत्तरों की तुलना में सही उत्तरों के प्रयासों का अनुपात कम करता है। इसके बाद, तीनों विषयों – मैथ्स, फिजिक्स, और केमिस्ट्री – में इस अनुपात का क्रम से देखा जाएगा:

  1. सबसे पहले मैथ्स में गलत उत्तरों और सही उत्तरों का अनुपात देखा जाएगा।
  2. फिर फिजिक्स में इसी अनुपात की जांच की जाएगी।
  3. आखिरी में केमिस्ट्री में इस अनुपात का अवलोकन किया जाएगा।

समानता बनी रहे तो मिल सकती है समान रैंक

यदि इसके बाद भी दोनों उम्मीदवारों के बीच समानता बनी रहती है, तो उन्हें समान रैंक दी जाएगी।

रिजल्ट की घोषणा जल्द

JEE Main 2025 सत्र 2 परीक्षा का प्रोविजनल उत्तर कुंजी जारी कर दी गई है। उत्तर कुंजी जारी होने के बाद, उम्मीदवार अपने परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा परिणाम जल्द ही घोषित किए जाने की उम्मीद है। JEE Main 2025 सत्र 2 परीक्षा 2 अप्रैल से 9 अप्रैल के बीच आयोजित की गई थी।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

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