Search
Close this search box.

Bihar News: पटना की सड़कों पर निकली जय भीम पदयात्रा, संविधान के सम्मान में उठा जनसैलाब!

Bihar News: पटना की सड़कों पर निकली जय भीम पदयात्रा, संविधान के सम्मान में उठा जनसैलाब!

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

Bihar News: राजधानी पटना में रविवार को ‘जय भीम पदयात्रा’ का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, BJP सांसद रविशंकर प्रसाद, बिहार BJP अध्यक्ष दिलीप जायसवाल समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए। पदयात्रा से पहले सभी नेताओं ने भारत माता और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

‘देशभर में 5 हजार जगह हो रहा बाबा साहेब का सम्मान’

मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि आज देशभर में 5 हजार से ज्यादा स्थानों पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा की सफाई और माल्यार्पण किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “इस पदयात्रा का उद्देश्य युवाओं को संविधान के प्रति सम्मान और जागरूकता पैदा करना है, ताकि वे एक विकसित भारत के लिए अपना कर्तव्य निभाएं।” उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहेब के विचारों से जुड़ना ही संविधान की सच्ची सेवा है।

विपक्ष पर हमला: ‘राजनीति नहीं, राष्ट्रवाद से जुड़ें’

पदयात्रा के दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि “विकसित भारत की मजबूत इमारत तभी बनेगी जब उसकी नींव राष्ट्रवाद से रखी जाएगी। विपक्ष को वंशवाद और परिवारवाद से बाहर निकलकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए।” उन्होंने कहा कि देश के संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने वालों को अब आत्मचिंतन करना चाहिए।

‘बाबा साहेब का अपमान करने वाले आज बात न करें सम्मान की’

बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि यदि आज की नई पीढ़ी बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को अच्छे से समझेगी, तभी संविधान को भी सही से समझ पाएगी। उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने संविधान की धज्जियां उड़ाई, लोकतंत्र को कमजोर किया और बाबा साहेब का अपमान किया, वे आज उनका सम्मान करने की बातें कर रहे हैं।” वहीं, बीजेपी विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने न केवल बाबा साहेब को भारत रत्न दिलाया, बल्कि उनकी विचारधारा को भी सम्मानित किया।

इस तरह की पदयात्राएं न केवल बाबा साहेब अंबेडकर की विरासत को सम्मान देती हैं, बल्कि देश के युवाओं को संविधान और लोकतंत्र की मूल भावना से जोड़ने का काम भी करती हैं। ‘जय भीम पदयात्रा’ के माध्यम से भाजपा ने एक बार फिर यह संदेश देने की कोशिश की है कि संविधान की रक्षा और सामाजिक न्याय का समर्थन उसकी प्राथमिकता में है।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

Leave a Comment

और पढ़ें