Joanna Child Cricketer: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 भारत में सुर्खियां बटोर रहा है, जिसमें रुतुराज गायकवाड़ के हटने के बाद एमएस धोनी एक बार फिर चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की कप्तानी संभाल रहे हैं, वहीं पुर्तगाल से एक और अविश्वसनीय क्रिकेट कहानी सामने आई है। 64 साल की उम्र में जोआना चाइल्ड ने अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में पदार्पण कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। पुर्तगाल के लिए खेलते हुए चाइल्ड ने नॉर्वे के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में हिस्सा लिया, जो 7 अप्रैल से शुरू हुई थी। इस उल्लेखनीय उपलब्धि ने काफी ध्यान आकर्षित किया है, खासकर एमएस धोनी की उम्र के कारण उनके संन्यास को लेकर चल रही अफवाहों के बीच।
64 वर्ष की उम्र में उल्लेखनीय शुरुआत
जोआना चाइल्ड ने 64 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया है, जिससे वह टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला प्रदर्शन करने वाली दूसरी सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने फ़ॉकलैंड द्वीप समूह के एंड्रयू ब्राउनली (62 वर्ष, 145 दिन) और केमैन द्वीप समूह की मेली मूर (62 वर्ष, 25 दिन) जैसे पिछले रिकॉर्ड धारकों को पीछे छोड़ दिया। वर्तमान में, डेब्यू के समय उम्र के मामले में चाइल्ड से आगे एकमात्र खिलाड़ी जिब्राल्टर की सैली बार्टन हैं, जिन्होंने 66 वर्ष और 334 दिन की उम्र में अपना डेब्यू किया था। उनके और अन्य क्रिकेटरों के बीच उम्र के अंतर के बावजूद, जोआना का दृढ़ संकल्प कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गया है, यह दर्शाता है कि जब किसी के सपनों को पूरा करने की बात आती है तो उम्र सिर्फ़ एक संख्या होती है।
🚨 64-YEAR OLD JOANNA CHILD MADE HER T20I DEBUT FOR PORTUGAL. 🚨 pic.twitter.com/lF3AZIvzdq
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) April 11, 2025
अपने पहले मैच में साधारण प्रदर्शन
हालाँकि उनके डेब्यू मैच में असाधारण प्रदर्शन नहीं हुआ, जिसमें जोआना चाइल्ड ने सिर्फ़ 2 रन बनाए, लेकिन इससे क्रिकेट जगत में उनका महत्व कम नहीं हुआ। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी मौजूदगी ही दृढ़ता और समर्पण का प्रमाण है। मैच पुर्तगाल की जीत के साथ समाप्त हुआ, जिसने टीम की गति को और बढ़ा दिया। पुर्तगाल ने सीरीज़ का निर्णायक मैच जीता, जिसमें चाइल्ड प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थीं। इस जीत ने न केवल उनके करियर में एक ऐतिहासिक क्षण को चिह्नित किया, बल्कि नॉर्वे के खिलाफ पुर्तगाल के लिए 2-1 से सीरीज़ जीत भी सुनिश्चित की।
अपने साथियों से प्रशंसा और प्रेरणा
पुर्तगाल की टीम की कप्तान सारा फू रायलैंड ने जोआना चाइल्ड के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त की और उन्हें कई क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा बताया, खासकर उन लोगों के लिए जो सोचते हैं कि खेल में उनके सबसे अच्छे साल बीत चुके हैं। सारा, जो खुद 44 साल की हैं, ने इस बात पर जोर दिया कि टीम में जोआना की मौजूदगी एक शक्तिशाली अनुस्मारक थी कि क्रिकेट या कोई भी खेल उम्र से बंधा नहीं है। जीत और सीरीज में जोआना के योगदान ने उन्हें दुनिया भर के खिलाड़ियों के लिए एक रोल मॉडल बना दिया है, जिससे साबित होता है कि महानता हासिल करने में कभी देर नहीं होती।
