Haryana News: गुरुग्राम के लेपर्ड ट्रेल में हुई सड़क दुर्घटना में घायल लड़की को अस्पताल में भर्ती नहीं करने के मामले में जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है। जानकारी के मुताबिक, एसडीएम बादशाहपुर कार्यालय द्वारा गुरुवार को दोनों अस्पतालों को नोटिस भेजा जा सकता है। इन अस्पतालों से यह पूछा जाएगा कि घायल लड़की को गोल्डन आवर के दौरान क्यों भर्ती नहीं किया गया।
रविवार सुबह हुआ हादसा
रविवार सुबह 10 बजे सोमीता सिंह, जो नोएडा से बाइक राइडिंग ग्रुप के साथ गुरुग्राम के लेपर्ड ट्रेल आई थीं, पंडाला में एक तेज मोड़ पर सामने से आ रही वरना कार से टकरा गईं। इस टक्कर के कारण सोमीता सड़क पर गिर गईं और गंभीर सिर की चोटें आईं। सिर की चोट के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
सोमीता का घर कहाँ था?
सोमीता सिंह लखनऊ के हुसैनगंज की निवासी थीं और नोएडा स्थित एक सॉफ़्टवेयर कंपनी में इंजीनियर थीं। वह पिछले एक महीने से यहां की बाइक राइडिंग अकादमी से ट्रेनिंग ले रही थीं। अकादमी के निदेशक कुलदीप शर्मा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हादसे के बाद उन्होंने सोमीता को पहले बादशाहपुर क्षेत्र के स्पर्श अस्पताल और फिर अकादमी की बैकअप कार से एक्रोपोलिस अस्पताल ले जाया।
अस्पतालों ने क्यों किया इलाज से इंकार?
अकादमी के निदेशक के अनुसार, जब सोमीता की हालत गंभीर हो गई, तो दोनों अस्पतालों ने उनका इलाज करने से इंकार कर दिया और उन्हें सिविल अस्पताल जाने को कहा। सोमीता को सिविल अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कही है और अस्पतालों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
