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PM Modi से बोले लाभार्थी- कभी था नौकर, आज हूं मालिक… धन्यवाद मुद्रा योजना!

PM Modi से बोले लाभार्थी- कभी था नौकर, आज हूं मालिक… धन्यवाद मुद्रा योजना!

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PM Narendra Modi ने आज अपने आवास पर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। युवाओं और छोटे उद्यमियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई मुद्रा योजना, भारत भर में सूक्ष्म उद्यमों को फलने-फूलने में एक महत्वपूर्ण पहल रही है। बातचीत के दौरान, पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि इस योजना का प्राथमिक लक्ष्य युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने और आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने में मदद करना है।

PM Modi का लाभार्थी के साथ खुशी भरा पल

बातचीत के दौरान PM Modi ने एक लाभार्थी से उसकी आय के बारे में पूछा। लाभार्थी ने जवाब देने में संकोच किया, जिसके बाद PM Modi ने एक मजाकिया टिप्पणी के साथ माहौल को हल्का किया। उन्होंने कहा, “चिंता मत करो, आयकर विभाग आपके पीछे नहीं आएगा। वित्त मंत्री यहीं बैठे हैं, और मैं सुनिश्चित करूंगा कि वे आपको परेशान न करें।” इस मजाकिया टिप्पणी ने वहां मौजूद सभी लोगों को हंसाया और चर्चा के दौरान एक दोस्ताना, अनौपचारिक माहौल बनाया।

लाभार्थियों से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने साफ किया कि मुद्रा योजना का मकसद उनकी तारीफ करना नहीं, बल्कि युवाओं को आर्थिक आजादी हासिल करने के साधन मुहैया कराना है। उन्होंने भोपाल के एक लाभार्थी लवकुश मेहरा की कहानी साझा की, जिन्होंने नौकर से लेकर कारोबारी बनने तक के अपने सफर के बारे में बताया। 2021 में मुद्रा लोन लेने वाले लवकुश ने कहा, “पहले मैं किसी के यहां काम करता था, लेकिन मुद्रा लोन ने हमें अपने पैरों पर खड़े होने की गारंटी दी। आज मैं अपने कारोबार का मालिक हूं।”

मुद्रा योजना का 10 वर्षों में प्रभाव और सफलता

मुद्रा लोन लेने के बाद से लवकुश के कारोबार में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 5 लाख रुपये के शुरुआती लोन से, उनकी लोन राशि बढ़कर 9.5 लाख रुपये हो गई और उनका टर्नओवर 12 लाख रुपये से बढ़कर 50 लाख रुपये से अधिक हो गया। PM मोदी द्वारा एक प्रमुख कार्यक्रम के रूप में शुरू की गई मुद्रा योजना का उद्देश्य सूक्ष्म उद्यमों और छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। पिछले 10 वर्षों में, इस योजना ने 50 करोड़ लोन खातों को मंजूरी दी है और 33 लाख करोड़ रुपये के लोन स्वीकृत किए हैं। लाभार्थियों में से 68% महिलाएँ हैं, जबकि 50% अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े समुदायों से हैं। इस योजना ने अनगिनत व्यक्तियों, विशेषकर महिलाओं और हाशिए के समुदायों को अपने व्यवसाय स्थापित करने और उनका विस्तार करने में सक्षम बनाया है। लोन बिना किसी संपार्श्विक की आवश्यकता के दिए जाते हैं और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सुलभ होते हैं, जिससे इच्छुक उद्यमियों के लिए प्रक्रिया आसान हो जाती है।

निष्कर्ष के तौर पर, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आर्थिक सशक्तिकरण के लिए उत्प्रेरक रही है, खासकर युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर पड़े समूहों के लिए। लवकुश जैसी योजना की सफलता की कहानियाँ देश भर में कई व्यक्तियों और छोटे व्यवसायों के जीवन पर इसके प्रभाव का प्रमाण हैं। आज पीएम मोदी की बातचीत ने इस संदेश को पुष्ट किया कि यह पहल आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और जमीनी स्तर से आर्थिक विकास को सक्षम बनाने के बारे में है।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

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